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RapidX Train: प्रधानमंत्री मोदी ने रैपिडएक्स ट्रेन को दिखाया हरा झंडी,देश के संसाधन में जुडी एक और रेल शक्ति

RapidX Train

PM मोदी ने किया RapidX Train नमो भारत रैपिडएक्स का उद्घाटन

रिपब्लिक एक्सप्रेस न्यूज़ 

मेरठ से दिल्ल्ली पहुचने में लगेगा 50 मिनट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षित सफर,प्रदूषण मुक्त पर्यावरण के तहत चलने वाली नमो भारत ट्रेन (RapidX)  को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में इसका परिचालन शुरु होने के बाद करीब एक लाख वाहनों का दबाव एनसीआर में कम होगा।सार्वजनिक परिवहन के साधनों का उपयोग 37 प्रतिशत से बढ़कर 63 प्रतिशत हो जाएगा। रोजाना आठ लाख लोग रैपिडएक्स ट्रेनों में सफर करेंगे। ऐसे में प्रतिवर्ष 2.50 टन कार्बन-डाई-आक्साइड उत्सर्जन में कमी आने का अनुमान है।

कार्बन-डाई-ऑक्साइड का उत्सर्जन 615 टन कम होने की उम्मीद

इस संयंत्र से प्रतिवर्ष 615 टन कार्बन-डाई-ऑक्साइड उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है। एनसीआरटीसी ने स्टेशनों और डिपो के डिजाइन और वायाडक्ट के किनारे रिचार्ज पिट या वर्षा जल संचयन संरचनाओं का प्रावधान किया गया है। ये संरचनाएं वर्षा जल को एकत्रित करने एक टैंक में संग्रहित करेंगी। इससे काफी मात्रा में पानी बचाने में मदद मिलेगी।

RapidX Trainप्रोजेक्ट पर एक नजर

1998 में इंडियन रेलवे ने आरआरटीएस कारिडोर की स्थापना संभावित की

2009 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र प्लानिंग बोर्ड ने आठ आरआरटीएस कारिडोर का प्लान तैयार किया

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ऐसे बढ़ा RapidX Train का  प्रोजेक्ट

  1. 2011 में मिनिस्ट्री आफ अर्बन डेवलपमेंट एंड नेशनल कैपिटल रीजन प्लानिंग बोर्ड, भारत सरकार और दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के बीच एमओयू हुआ।
  2. 2013-14 में नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन लिमिटेड का पंजीकरण हुआ।
  3. 2016 में पहले तीन कारिडोर के लिए रेलवे अफसर विनय कुमार सिंह को एनसीआरटीसी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया।
  4. फरवरी 2017 में केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने एनसीआरटीसी का लोगाे और टैग लाइन जारी की।
  5. आठ मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर का शिलान्यास किया।
  6. तीन जून 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर पर सिविल निर्माण कार्य शुरू किया गया।दिसंबर 2019 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर के लिए गुलधर में पहले पिलर का निर्माण हुआ।
  7. नवंबर 2020 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर के लिए न्यू डेवलपमेंट बैंक से लोन एग्रीमेंट हुआ।
  8. अप्रैल 2021 में आरआरटीएस कारिडोर पर ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू किया गया।
  9. जुलाई 2021 में गुजरात में रैपिडएक्स ट्रेन की मैन्यूफैक्चरिंग का कार्य शुरू हुआ।
  10. दिसंबर 2021 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर में पहले स्पेशन स्टील स्पैन को स्थापित किया गया।
  11. मार्च 2022 में रैपिडएक्स ट्रेन के कोच की झलक दिखाई गई।
  12. सात मई 2022 को पहली रैपिडएक्स ट्रेन एनसीआरटीसी को मिली।

 

ये हैं RapidX Train के आठ कॉरिडोर

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर – 82 किलोमीटर
दिल्ली-गुरुग्राम-अलवर कारिडोर – 198 किलोमीटर
दिल्ली-पानीपत कारिडोर – 103 किलोमीटर
दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़- पलवल कारिडोर
गाजियाबाद- खुर्जा कारिडोर
दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक कारिडोर
गाजियाबाद- हापुड़ कारिडोर
दिल्ली-शाहदरा-बडौत कारिडोर

और अधिक जाने

https://www.ndtv.com/india-news/indias-1st-regional-rail-service-rapidx-renamed-namo-bharat-4496772

RapidX Train की खासियत

जिस RapidX Train प्रोजेक्ट का उद्घाटन होना है वह क्या है?
देश की पहली रैपिडएक्स ट्रेन के कॉरिडोर का उद्घाटन 20 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साहिबाबाद से किया। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता खंड पर ट्रेनों का परिचालन प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाने के बाद से शुरू हो गया। उद्घाटन से पहले रैपिड रेल का ट्रायल भी हुआ। रैपिड रेल ने 152 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा की स्पीड का आंकड़ा हासिल किया।

RapidX Train- फोटो : AMAR UJALA
इस परियोजना के कितने चरण हैं?
रैपिड रेल को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) प्रोजेक्ट के तहत चलाया जाना है। दरअसल, एनसीआरटीसी भारत सरकार, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों की संयुक्त क्षेत्र की कंपनी है। इसका काम रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कार्यान्वयन है, ताकि इन क्षेत्रों के बीच बेहतर संपर्क और पहुंच के माध्यम से संतुलित और टिकाऊ शहरी विकास संभव हो सके।

रैपिड ट्रेन – फोटो : AMAR UJALA

RapidX Train की जरूरत क्यों हुई?

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और दिल्ली को कनेक्ट करने के लिए एक एकीकृत कम्यूटर रेल नेटवर्क का विचार भारतीय रेल के अध्ययन कमीशन में 1998-99 में प्रस्ताव रखा गया था। अध्ययन ने एक आरआरटीएस नेटवर्क जो कि ऐसी एक फास्ट लोकल ट्रेनों का उपयोग करके कनेक्टिविटी प्रदान करेगा इस संभावना की पहचान की थी। बाद में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (NCRPB) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरों को आठ RRTS कॉरिडर से कनेक्ट करने के लिए उच्च गति रेल पारगमन सेवाओं की सिफारिश की।

इस तरह से NCRTC का गठन किया गया जो कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम को स्थापित करने की नोडल संस्था बना। एनसीआरटीसी प्रोजेक्ट पर काम जून 2019 में शुरू हुआ। इसके चार साल के भीतर ही एनसीआरटीसी रैपिडेक्स सेवाओं का कमर्शियल ऑपरेशन शुरू करने के लिए तैयार है। एनसीआरटीसी की टीम ने परियोजना के बाकी हिस्से में भी तेजी से प्रोसेस की है। यह जून 2025 में निर्धारित समयसीमा के भीतर मेरठ में मेट्रो सेवाओं के साथ-साथ पूरे कॉरिडोर को परिचालित कर सकती है।

RRTS Rapidx Train: देश की पहली रैपिड ट्रेन में क्या सुविधा मिलेगी, किराया कितना होगा? जानें हर सवाल का जवाब

https://www.amarujala.com/india-news/namo-bharat-country-s-first-rapid-train-from-delhi-to-meerut-know-its-features-2023-10-19

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